A Review Of बबूल के फायदे और नुकसान



त्वचा सम्बन्धी समस्याओं में कीकर गोंद

ऐसा बिलकुल भी नहीं है कि इस समस्या से छुटकारा नहीं पाया जा सकता है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए सबसे आसान तरीका बबूल है।

बबूल गोंद का सेवन पानी में मिलाकर किया जा सकता है।

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इसके साथ ही बबूल से बनाया हुआ मंजन भी दांतो को साफ करने और रोगो से दूर रखने में सहायक है।

यह लम्बा, झाड़ीदार और कांटेदार वृक्ष होता है। इसके कांटे लम्बे तथा तीखे होते हैं। इसके पत्ते बबूल के पत्तों जैसे होते हैं, लेकिन उससे कुछ बड़े और गहरे हरे रंग के होते है। इसके फूल पीले रंग के होते हैं। इसकी फलियां लम्बी होती हैं। फलियां कच्ची अवस्था में हरे रंग की, चपटी तथा मुड़ी हुई होती हैं।

अब हम आपको बबूल गोंद के नुकसान के बारे में बताएंगे।

दांतों के दर्द में बबूल की छाल, पत्ते, फूल और फलियां लें। सभी को बराबर-बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बनाएं। इस चूर्ण से मंजन करने से दांतों के रोग दूर होते हैं।

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