How बबूल के फायदे और नुकसान can Save You Time, Stress, and Money.



गुलमोहर के फूल से बनी औषधियां डायरिया और हर्पिज जैसी बीमारी के इलाज में फायदेमंद हो सकती है. आइए, गुलमोहर पेड़ के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जानते हैं -

संज्ञा- किसी जाति, द्रव्य, गुण, भाव, व्यक्ति, स्थान और क्रिया आदि के नाम को ...

आर्युवेद के अनुसार बताया गया है कि इसका सही ढंग से इस्तेमाल किए जाने पर यह हमारे लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

दाद (खुजली) को ठीक करने के लिए बबूल के फूलों को सिरके में पीस लें। इसे खुजली (दाद) वाले अंग पर लगाएं। दाद और खुजली में लाभ होता है।

आंखों से अगर पानी बहता हो, तो बबूल के पत्तों का काढ़ा बनाकर शहद के साथ काजल की तरह लगाने से काफी आराम मिल सकता है। बबूल के तने की छाल और बबूल के पत्तों का काढ़ा बनाकर आंखों को धोने से कई तरह की परेशानियां खत्म हो सकती हैं।

किसी गाँव का शहर या कस्बे के रूप में विकसित होने की प्रक्रिया को शहरीकरण ...

स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के विस्तार से लोगो ने गर्म पानी के सेवन को जीवन का हिस्सा बना दिया है। अकसर लोग सुबह उठने पर खाली पेट गर्म पानी का सेवन करना पसंद करते है। गर्म पानी के सेवन से आपकी पाचन क्रिया सही रहती है जिससे की कब्ज जैसी समस्याऍ नहीं होती। साथ ही गर्म पानी के सेवन से आपको शरीर check here में पाचन सम्बंधित सभी क्रियाएँ सुचारु रूप से चलती है क्योंकि गर्म पानी से आपके पाचन तंत्र में तरलता बनी रहती है। इससे आपको वजन कम करने में भी मदद मिलती है। इसके अतिरिक्त गर्म पानी के सेवन से आपके शरीर को हाइड्रेशन मिलती है जिससे की शरीर की तरलता बनी रहती है। गर्म पानी आपके शरीर से विषाक्त पदार्थो को भी दूर करने में मदद करता है जिससे की आपको किसी तरह की स्वास्थ्य सम्बंधित दिक्कतें नहीं होती। इसके अलावा गर्म पानी के सेवन से आपकी त्वचा भी जवां बनी रहती है।

टॉन्सिल्स को ठीक करने के लिए बबुल का पेड़ बेहद फायदेमंद होता है। इसकी छाल से बने काढ़े में सेंधा नमक को मिक्स करें। इसके बाद इस मिश्रण को टॉन्सिल्स का उपचार करने के लिए गरारे करने के लिए इस्तेमाल करें। 

पीलिया से पीड़ित लोगों को मिश्री के साथ बबूल के फूल को पीसकर चूर्ण बनाकर सुबह शाम लेना चाहिए। इससे पीलिया रोग में काफी आराम मिल सकता है।

एक सम बहुभुज की भुजाओं की संख्या ज्ञात कीजिए यदि इसका प्रत्येक अंत:कोण का ...

पुष्प के नर और मादा भाग को क्या कहा जाता है?...ज्ञान गंगाफूलबायोलॉजीनरेंद्र ...

दाँतों को नुकसान क्यों पहुँचता है इस बात को समझने से पहले ये जानना ज़रूरी है ...

सामग्री और उपयोग घरेलू उपचार त्वचा की देखभाल बालों की देखभाल मेकअप आहार

बबूल की छाल, बबूल के पत्ते और बरगद की छाल को समान मात्रा में लेकर पानी में भीगने के लिए छोड़ दें और फिर उस पानी से कुल्ला करें। नियमित तौर पर ऐसा करने से गले में होने वाली कई तरह की परेशानी से निजात मिल सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *